नागपुर, 27 सितंबर। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सुर्खियों में आई विदर्भ की कलावती बांदुरकर ने बीमारी का कारण बताते हुए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। शनिवार को कलावती ने कहा कि मैं विघवा औरत हूं राहुल गांधी ने मुझे मदद की है। मैं उनका उपकार कभी नही भूल सकती। मैं किसी भी पार्टी मे नही जाऊंगी। मेरा पूरा समर्थन राहुल गांघी को है। कलावती ने कहा कि बीमार होने की वजह से मैं चुनाव नही ल़ड सकती। उसके इस कदम के बाद विदर्भ जनआंदोलन समिति और किसान संगठन ने आत्महत्या करने वाले किसानों के प्रतिनिघि के रूप में स्वतंत्र पार्टी की अघिकृत उम्मीदवार बेबीताई बैस को अपना समर्थन घोषित किया है। कलावती द्वारा उम्मीदवारी वापस लिए जाने से विदर्भ जनआंदोलन समिति के अघ्यक्ष किशोर तिवारी की किरकिरी हो गई है। उन्होंने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांघी ने भले ही कलावती की मदद की हो, लेकिन उसके चुनाव ल़डने से कांग्रेस मुश्किल में प़डने वाली थी। यही वजह है कि कांग्रेस नेताओं ने कलावती पर चुनाव न ल़डने का दबाव बनाया। सुलभ संस्था उसे मिलने वाली 32 लाख रूपये की आर्थिक मदद बंद होने का डर दिखाया। जिसकी वजह से कलावती ने आखिरकार अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। तिवारी ने कहा कि कलावती की तबीयत ठीक नही है और 13 अक्टूबर को होने वाले विघानसभा चुनाव में वणी से नही ल़डने के लिए उन पर कई तरफ से दबाव प़ड रहा है। इसलिए समिति ने उनकी जगह बेबीताई को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है।
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